Jyoti kumawat
नाम – सुश्री ज्योति कुमारी कुमावत
पिता – श्री भैरुलाल कुमावत
माता – श्रीमती नौरती देवी कुमावत जन्म तिथि – 05/10/2007
उत्तीर्ण कक्षा – 10 वीं प्रतिशत – 93.50%
उत्तीर्ण विद्यालय का नाम – राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सांगरिया
वर्तमान विद्यालय का नाम – राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सांगरिया
पता – केशव कुंज, मु.पो. सांगरिया, तहसील – फुलिया कलां, जिला- शाहपुरा, राजस्थान – 311023
सुश्री ज्योति कुमावत का जन्म राजस्थान प्रदेश के वर्तमान शाहपुरा जिले के फूलिया कलां उपखंड के अंतर्गत स्थित ऐतिहासिक गांव सांगरिया में दिनांक 5 अक्टूबर 2007 को एक सामान्य किसान परिवार में हुआ। पिता भैरु लाल कुमावत एवं माता श्रीमती नौरती देवी कुमावत की दूसरी संतान के रूप में जन्मी ज्योति बाल्यकाल से ही प्रतिभाशाली रही । प्रारंभिक शिक्षा निजी विद्यालय हंसा विद्या निकेतन में हुई जहां उसने कक्षा पांचवी तक का अध्ययन किया उसके पश्चात ज्योति ने कक्षा 6 में राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय सांगरिया में प्रवेश लिया । कक्षा एक से ही ज्योति हमेशा पढ़ने में अव्वल रही । प्रत्येक कक्षा में ज्योति ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । एक सामान्य किसान परिवार की बालिका जो घर का प्रत्येक कार्य करते हुए अध्ययन करती रही । पिता फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं तो वहीं मां खेती बाड़ी
का काम कर परिवार का भरण पोषण करती है । ज्योति दो बहने एक भाई है । बड़ी बहन निशा कुमावत ने इसी सत्र में कक्षा 12वीं में 90% अंकों के साथ उत्तीर्ण की तो वही छोटे भाई बजरंग ने सातवीं कक्षा ए प्लस ग्रेड से उत्तीर्ण कर परिवार का नाम रोशन किया । ज्योति घर पर पशुओं की देखभाल करने, खाना बनाने, खेती-बाड़ी में सहयोग करने जैसे कार्य करते हुए भी निरंतर अध्ययन करती रही परिणाम स्वरूप ज्योति ने कक्षा दसवीं में 93.50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होकर परिवार का नाम, गांव और क्षेत्र का नाम रोशन किया । अभाव में रहकर भी किस प्रकार लक्ष्य हासिल किया जाए यह ज्योति और उसकी बहन निशा कुमावत के जीवन को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं । ज्योति के बेड़े पिता परमेश्वर प्रसाद कुमावत राजकीय सेवा में स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल विद्यालय शाहपुरा में वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत के पद पर कार्यरत है जो हमेशा बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करते हैं । ज्योति ने कक्षा दसवीं में जिस मुकाम को हासिल किया उसका श्रेय वह अपनी कड़ी मेहनत, परिश्रम, परिवार के सभी सदस्य एवं गुरुजनों को देना चाहती है । वर्तमान सत्र में ज्योति राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सांगरिया की कक्षा 11वीं में विज्ञान संकाय के साथ अध्ययन कर रही है । ज्योति आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है ।